हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , शहीद डॉ चमरान इजरायल के खिलाफ युद्ध में शहीद हुए चमरान हर इलाके के लिए एक बेहतरीन कमांडर के रूप में देखे जाते थे हर इलाके में यह डटकर दुश्मनों का मुकाबला किए
21 जून डॉ. चमरान की शहादत का दिन है। इस मौके पर लेबनान के महासचिव सैय्यद हसन नसरल्लाह के इस महान शहीद के एक बात का हवाला देते हुए कहा: कि शहीद डॉक्टर चमरान इसराइल से जंग के दौरान हर इलाके के लिए एक बेहतरीन कमांडर धूप में निकल कर आए दुश्मनों से बड़ी बहादुरी के साथ जंग की और हर मैदान में विजई हुए
इजरायलियों ने ये बातें इसलिए नहीं कही क्योंकि वे अपनी कमज़ोरियों से डरते थे और फिलिस्तीनियों ने अपने संघर्ष के दावों के बावजूद ऐसा नहीं किया,
लेकिन शहीद डॉ. चमरान ने 18 वर्षीय सैय्यद हसन नसरल्लाह को बज़ूरिया क्षेत्र की कमान संभालने का आदेश दिया।
सैय्यद हसन नसरुल्लाह कहते हैं कि मैंने डॉक्टर चमरान से कहा कि मैं जवान हूं लेकिन उन्होंने मेरे कांधे पर हाथ मार कर कहा कि मुझे बहादुर नौजवान को देखकर खुशी होती है।